अब हमें सहारा देने वाला कोई नहीं है वह घोड़े चलाकर कमाई करता था, अब हमारे सामने सिर्फ अंधेरा है !

अब हमें सहारा देने वाला कोई नहीं है वह घोड़े चलाकर कमाई करता था, अब हमारे सामने सिर्फ अंधेरा है !

No description available