अब हमें सहारा देने वाला कोई नहीं है। वह घोड़े चलाकर कमाई करता था, अब हमारे सामने सिर्फ अंधेरा है

अब हमें सहारा देने वाला कोई नहीं है। वह घोड़े चलाकर कमाई करता था, अब हमारे सामने सिर्फ अंधेरा है

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