VIDEO_अच्छा_लगेगा_तो_LIKE_और_SUBSCRIBE_कर_दीजियेगा Relaxing Sounds | Stress Relief | Radhe krishna 🎥बुद्धिमान व्यक्ति ये 7 बाते किसी को नहीं बताते | 7 Things To Keep Private Buddha Story | Tengo Bhai | motivational story | Buddha story | Moral Story | Gautam buddha life story | Mahatma Buddha Story | Buddhist Story | Gautam Buddha Story | motivational video | motivational speech Hello Friends मैं हूँ .......Santosh Kumar From - Maharastra (India) Welcome to Our Youtube Channel "Tengo Bhai" Disclimer :- Copyright Disclimer under section 107 of the copyright act of 1976, allonce is made for "fairuse"for perposes such as cricticism, coment, news reloting, Teaching, Education Scholarship ans eesearch. Faie use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing... Channel URL: / @tengobhai1988 For Business Enquiry Email :- [email protected] ----------- Your Queries : never share these seven things to anyone 7 things power of silence we inspired best video on silence चाणक्य नीति moral kahani गौतम बुद्ध गौतम बुद्ध की कहानी buddha teachings gautam buddha upadesh gautam buddha story we inspired buddha story chanakya niti for students in hindi buddha inspired seven things no one should tell 7 secret of a man We Inspired By Tengo Bhai we inspired stories in hindi Buddhism एक गांव में गोलू नाम का एक नौजवान लडका रहता था। जैसा उसका नाम था वैसा ही उसका स्वभाव भी था। एकदम भोला। वो ज्यादा दिमाग नहीं लगाता था जैसा उसके घरवाले और लोग उसे बोल देते वैसा ही वो कर देता और जो उसे लगता बिना सोचे समझे लोगों के सामने वही बोल देता। गोलू के घर की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी थी। उसके पिता के पास खेती करने के लिए पर्याप्त जमीन थी जिसमें अच्छी खासी फसल हो जाती थी। गोलू के माता पिता काफी दयालु स्वभाव के व्यक्ति थे लेकिन लोग उनके इस दयालु स्वभाव का गलत फायदा उठाते थे। गांव के लोग अक्सर अपनी मजबूरी सुनाकर उनसे अनाज और पैसे उधार मांग लेते लेकिन लौटाते समय आनाकानी करते और तरह तरह के बहाने बनाते। गोलू के माता पिता भी अपने शांत और दयालु स्वभाव की वजह से लोगों पर अपना उधार वापस लेने के लिए दबाव नहीं डालते थे। इस तरीके से दोस्तों रिश्तेदारों और गांववालों के बीच उनके बहुत से पैसे उधार के रूप में फस चूके थे। इसके बावजूद अब भी अगर उनके पास कोई अपनी मजबूरी सुना कर रोने लग जाता तो वो उसे भी धन या पैसे उधार दे कर उसकी मदद कर देते। शायद अपने माता पिता की वजह से ही गोलू का स्वभाव भी इतना बोला था। इसी बीच गोलू के माता पिता बडे धूमधाम से भोलों की शादी भी कर देते हैं। लेकिन गोलू की पत्नी स्वभाव से थोडी तेज और नाज नखरे वाली थी। इसीलिए वो अपनी मनमर्जी के खर्च करती और अपनी बातों से घरवालों को दबा कर रखती। लेकिन गोलू अपनी पत्नी से बहुत प्रेम करता था। वो उसकी हर इच्छा पूरी करता और उसे अपनी सारी बातें साझा करता। इसी तरीके से कुछ साल बीत गए। लेकिन 1 दिन अचानक गोलू के पिता की तबियत खराब हो गई। उन्हें गांव के वैद्य के पास ले जाया गया लेकिन गांव के वैद्य को उनकी बिमारी का पता नहीं चल पाया तो फिर उन्हें नगर के बड़े बेटे के पास ले जाया गया जहाँ जाकर उन्हें पता चला कि गोलू के पिता के शरीर में करके रोक की शुरुआत हो चुकी है। वैद्य ने गोलू की माँ को बताया कि वैसे तो इस रोग का कोई इलाज नहीं है लेकिन क्योंकि अभी रोग की शुरुआत ही है। इसीलिए अगर सही उपचार किया जाए तो संभावना है कि रोगी को बचाया जा सकता है। लेकिन इस उपचार में समय और धन दोनों की बडी मात्रा में जरूरत है। गोलू और गोलू के पिता को वैध के पास छोडकर उसकी माँ धन की व्यवस्था करने के लि लिए गांव वापस आ जाती है और वह उन सभी लोगों के घर जाती है जिन्होंने पैसे उधार दे रखे थे। उनमें से कुछ लोग तो पैसा वापस कर देते हैं लेकिन ज्यादातर लोग यहाँ वहाँ के बहाने बनाकर बात को टाल देते हैं। इसीलिए गोलू की मांग गांव के सेठ से ब्याज में पैसे लेकर शहर वापस चली आती हैं और अपने पति का इलाज शुरू करवाती है। लेकिन इलाज बहुत ही महंगा था और लंबा चल रहा था। इसीलिए साहूकार से और ज्यादा पैसे उधार लेने की बजाय गोलू और उसकी माँ ने अपने कुछ खेत बेचने का निश्चय किया और उन्होंने अपने कुछ खेत गांव के सेठ को बेच भी दिए। लेकिन इतना लंबा इलाज करवाने के बावजूद भी गोलू के पिता की तबियत ठीक होने का नाम नहीं ले रही थी। उनके इलाज के खर्चों की वजह से लगातार गोलू के माँ के गहने और उनके खेत बिकते चले गए। अब तो उनके पास नाम मात्र के ही खेत शेष रह गई थी लेकिन दूसरी तरफ गोलू के पिता की तबियत दिनोंदिन और भी खराब होती जा रही थी। 1 दिन जब गोलू बाजार से कुछ सामान लेकर जी के घर पहुंचा तो उसने देखा कि उसकी माँ उसके पिता का सिर अपनी गोद में रखकर ज़ोर ज़ोर से रो रही है। गोलू के पिता इस दुनिया को छोड कर जा चूके थे। उसके पिता की मौत के बाद उसकी माँ भी बहुत उदास और दुखी रहने लगी थी। साथ ही उनके परिवार में गरीबी का पहाड टूट पडा था क्योंकि जो थोडे बहुत खेत बचे भी थे उन्हें गोलू सही तरीके से संभाल नहीं पा रहा था। अब तक घर और खेत की सारी जिम्मेदारी उसके पिता ही सम्भाला करते थे। -------- Thanks :) @TengoBhai1988 #weinspired #seventhingstokeepprivateinlife #buddhiststory #zenstory #shortstory #moralstory #powerofsilence #speakless #buddhainspired #hindikahaniyanstories #hindikahaniyan #buddha #tengobhai #weinspiredbytengobhai