जागीरदार महाराज श्रृंगार समिति के द्वारा रोज बिल्वामृतेश्वर महादेव जागीरदार महाराज का श्रृंगार किया जाता है और बुकिंग भी ली जाती है। बिल्वामृतेश्वर महादेव(जागीरदार महाराज) स्वयंभू धर्मपुरी धार में विराजित है जो की यज्ञ से अवतरित हुए थे जिस कारण जागीरदार महाराज की जलाधारी भी यज्ञ वेदी की तरह चौकोर है जिनका 13 वे गुप्त ज्योतिर्लिंग के रूप में पुराणों में भी उल्लेख मिल जाता है,धर्मपुरी तापो भूमि पर ही महर्षि दधिचि ऋषि ने अपनी अस्थियों का दान किया था जिनकी समाधि स्थल मंदिर प्रांगण में स्थित है