शिव पंचाक्षरी ध्यान | Shiv Panchakshari Dhyaan | Powerful Shiva Meditation Mantra | Aumonic

शिव पंचाक्षरी ध्यान | Shiv Panchakshari Dhyaan | Powerful Shiva Meditation Mantra | Aumonic

“शिव पंचाक्षरी ध्यान” Aumonic Devotional का एक अत्यंत शांत, शक्तिमय और अमृत-रस से भरा हुआ ध्यान भजन है। पंचाक्षर “ॐ नमः शिवाय” को वेदों में सबसे पवित्र मंत्र माना गया है यह मन, प्राण और चेतना को शुद्ध करता है और साधक को शिव स्वरूप के निकट ले जाता है। यह ट्रैक गहरे ध्यान, योग, साधना, प्राणायाम, और सुबह-शाम के जप के लिए बनाया गया है। इसमें शिव की दिव्य ऊर्जा, कैलाश की शांत वायु, गंगा की निर्मलता और ब्रह्मांड की अनंत शक्ति का स्वाद है। धीमी गति वाली अमृत-शैली की यह धुन मन के भीतर गहरे उतरती है और साधक को शांत, निर्मल और शक्तिशाली बना देती है। अगर आप दैनिक ध्यान, मंत्र-जप या आध्यात्मिक शांति की खोज में हैं, तो यह शिव पंचाक्षरी ध्यान आपके मन, शरीर और आत्मा को एक नई दिव्यता से भर देगा। यह भजन सुनते-सुनते आपका मन स्वाभाविक रूप से “ॐ नमः शिवाय” की लय में बंध जाएगा और भीतर जागेगी शिव Consciousness शांति, प्रेम और आध्यात्मिकता का अनंत स्रोत। इस ध्यान को अपने दोस्तों, परिवार और भक्तों के साथ साझा करें और भगवान शिव की कृपा को और अधिक फैलाएँ। हर हर महादेव! “Shiv Panchakshari Dhyaan” is a serene, powerful, and deeply meditative Shiva mantra track by Aumonic Devotional. The Panchakshari mantra “Om Namah Shivaya” is considered one of the most sacred Vedic mantras a sound vibration that purifies the mind, calms emotions, elevates consciousness, and brings the seeker closer to the divine presence of Shiva. This track is crafted for deep meditation, yoga sessions, mantra chanting, breathwork, and spiritual healing. It carries the essence of Kailash's stillness, the purity of the Ganga, and the cosmic vibration of Mahadev. The slow, amrit-style musical ambience gently guides the listener inward, helping dissolve stress, fear, and confusion, and awakening peace, clarity, and divine awareness. If you are seeking a mantra for daily meditation or looking to experience Shiva’s divine energy, this Panchakshari Dhyaan will immerse you in a state of inner calm and spiritual bliss. Share this with loved ones and spread the divine grace of Lord Shiva. Har Har Mahadev! ____________________________________________________________________________ Experience divine energy through music. Aumonic Devotional brings you daily bhajans, mantras, and meditative albums inspired by the eternal sound of AUM. ____________________________________________________________________________ Lyrics ॐ नमः शिवाय… शिवाय नमः… महादेवाय नमः… शिवॊऽहं… शंभॊऽहं… ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। पंचाक्षरी की ध्वनि में, मन मेरा विलीन हुआ, भस्म रमे त्रिपुरारी का ध्यान नया संगीतमय हुआ। नीलांबर सा शांत सुमिरन, मेरे हृदय में बस जाए, तेरे नाम में खोकर शिव, हर संशय मिट जाए। ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। कैलाश की शीतल वायु, मन को शुद्ध बनाती है, महाकाल के चरणों में, हर पीड़ा सो जाती है। मृदुल नाद में तेरी सत्ता, ब्रह्मांड धरा जग जानें, जो बोले “ॐ नमः शिवाय”, उसके संकट पल में छूट जाएँ। ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। भोलेनाथ की दया निराली, माँ पार्वती की छाया, तेरी भक्ति से ही जग में, जीवन ने सुख पाया। गंगाधर शिव शंकर, दुख हर लो प्रभु कृपाधार, तेरे नयन कमल से बहे, अमृत का निर्मल संचार। ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। कैलाश शिखर पर बैठा, ध्यानमग्न है विश्वनाथ, उनके मन में बसती है, करुणा की अनंत सौगात। धौजटान शिखरों के ऊपर, तेरी शक्ति प्रकट होती, जो शिव का सुमिरन करता, उस पर कृपा बरसती। ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। मन के भीतर शून्य पाकर, मैं भी शिव हो जाता हूँ, तेरी मौन प्रार्थनाओं में, अपना आप खो जाता हूँ। तेरे नाम की पवित्र ध्वनि, भीतर जग आकाश जगाए, “नमः शिवाय” जपते-जपते, मुक्तिद्वार सहज खुल जाए। ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। आत्मा और शिव का मिलन, इस जीवन का सत्य बनाता, जो भीतर का तम हटाकर, दिव्यता का दीप जलाता। शिव पंचाक्षर अमृत तत्त्व, श्वासों में उपजा लेता, हर श्वास “ॐ” कह उठती है, हर पल तुझको नमन कहता। ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। जब अंतर्मन शांत हुआ, शिव साक्षात खड़े थे पास, तेरा ध्यान बना मेरा शरण, मिटा दिया हर सांस का त्रास। अखण्ड ज्योति में डूब गया मैं, बस तू ही तू था चारों ओर, शिव पंचाक्षरी ध्यान में, मिल गया जीवन का असल स्रोत। ॐ नमः शिवाय… शिवशक्ति मय स्वरुप, भोलेनाथ त्रिपुरारी, कर दो मन का रूप शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… पंचाक्षर की गूँज पवित्र, हर हर महादेव… दे शरण निश्छल शुद्ध। ॐ नमः शिवाय… हर हर महादेव… शिवॊऽहं… शंभॊऽहं… ॐ शांतिः शांतिः शांतिः…