मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी हैं - Sad Shyam Bhajan | Rajni Rajasthani | Lofi Bhajan | Meri Kuch To Shyam Majboori Hai मेरी सुन लो मेरे बाबा सुनाने दिल की आया हूँ दुखों से दूर कर दोगे यही अरदास लाया हूँ मेरे जीवन में कर आराम मैं बड़ा दुःख पाया हूँ पकड़ लो हाथ सांवरिया ज़माने का सताया हूँ दुनिया ने बड़ा सताया हूँ, तेरे दर पर हार के आया हूँ, दुनिया ने बड़ा सताया हूँ, तेरे दर पर हार के आया हूँ, कुछ भी नहीं पास है अर्पण को, दो आंसू चढ़ाने आया हूँ, मेरी आंखों में ही पढ़ ले श्याम, मेरी आंखों में ही पढ़ ले श्याम, क्या मुख से कहना जरूरी है, यूं ही तो आंसू आए नहीं, मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी हैं।। यूं ही तो आंसू आए नहीं, मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी हैं।। मैंने सुना है खाटू में बाबा, दुखियों के कष्ट मिटाता है, मैंने सुना है खाटू में बाबा, दुखियों के कष्ट मिटाता है, उसकी सबसे पहले सुनता, जो जग से हार के आता है, मैं भी यही सुन कर आया श्याम, मैं भी यही सुन कर आया श्याम, फिर मुझसे कैसी दूरी है, यूं ही तो आंसू आए नहीं, मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी हैं।। तुझे क्या बतलाऊं सांवरिया, मेरी लाचारी मुझे लायी है, तुझे क्या बतलाऊं सांवरिया, मेरी लाचारी मुझे लायी है, जो भी तेरे दर आया है, तूने उसकी लाज बचाई है, फिर मेरी अर्जी को अब तक, फिर मेरी अर्जी को अब तक, क्यों ना मिली मंजूरी है, यूं ही तो आंसू आए नहीं, मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी हैं।। अगर तुम ना सुनोगे बाबा तो, ये दुनिया बातें बनाएगी, अगर तुम ना सुनोगे बाबा तो, ये दुनिया बातें बनाएगी, तेरे नाम के ताने दे दे कर, ये मुझको बड़ा सताएगी, और कितना रोए ? बहादुर की, और कितनी परीक्षा अधूरी है, यूं ही तो आंसू आए नहीं, मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी हैं।। दुनिया ने बड़ा सताया हूँ, तेरे दर पर हार के आया हूँ, कुछ भी नहीं पास है अर्पण को, दो आंसू चढ़ाने आया हूँ, मेरी आंखों में ही पढ़ ले श्याम, क्या मुख से कहना जरूरी है, यूं ही तो आंसू आए नहीं, मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी है, यूं ही तो आंसू आए नहीं, मेरी कुछ तो श्याम मजबूरी हैं।।