29 दिसंबर को BPSC की ओर से एक नोटिस जारी किया गया, जिसमें बताया गया कि BPSC AEDO परीक्षा, जो 10 से 16 जनवरी के बीच होने वाली थी, उसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 👉 अत्यधिक ठंड को ध्यान में रखते हुए 👉 आयोग से अनुरोध किया गया जिसके बाद यह फैसला लिया गया। यह निर्णय यदि ठंड के कारण लिया गया है, तो यह निश्चित रूप से एक मानवीय कदम कहा जा सकता है। लेकिन अब एक गंभीर सवाल सामने आता है 👇 👉 18 जनवरी को होने वाली बिहार दारोगा (SI) परीक्षा, जो BPSSC आयोग द्वारा आयोजित की जा रही है, क्या उसमें शामिल होने वाले लाखों छात्र-छात्राओं को ठंड नहीं लगती? 👉 क्या सभी परीक्षाओं के लिए समान मानवीय दृष्टिकोण नहीं होना चाहिए? अगर एक आयोग ठंड को कारण मानकर परीक्षा स्थगित कर सकता है, तो दूसरे आयोग द्वारा उसी परिस्थिति में परीक्षा कराना क्या छात्र हितों के साथ अन्याय नहीं माना जाएगा? यह वीडियो किसी अफवाह या आरोप पर आधारित नहीं है, बल्कि छात्रों के हित में उठाया गया एक वैध और जरूरी सवाल है। 👇 आप इस मुद्दे पर क्या सोचते हैं? क्या बिहार दारोगा परीक्षा की तारीख भी आगे बढ़नी चाहिए? कमेंट में अपनी राय ज़रूर लिखें, वीडियो को शेयर करें ताकि छात्रों की आवाज़ सही जगह तक पहुँच सके।