सोनू और मोनू दो भाई थे। दोनों एक छोटे से गाँव में रहते थे, जहाँ सपने बड़े थे, पर साधन बहुत कम। सोनू पढ़ाई में अच्छा था, वह रोज़ लालटेन की रोशनी में पढ़ता और सोचता— “एक दिन हालात बदलूँगा।” मोनू पढ़ाई में कमजोर था, लेकिन मेहनत से नहीं डरता था। वह दिन में खेतों में काम करता और रात को नए हुनर सीखता। लोग अक्सर कहते, “इनसे कुछ नहीं होगा।” लेकिन दोनों चुपचाप अपने-अपने रास्ते पर चलते रहे। समय बीता। सोनू शिक्षक बना और गाँव के बच्चों को पढ़ाने लगा। मोनू ने छोटा सा काम शुरू किया और कई लोगों को रोज़गार दिया। एक दिन वही लोग बोले, “संघर्ष ने इन्हें बना दिया।” सीख: रास्ते अलग हो सकते हैं, संघर्ष अलग हो सकता है, लेकिन अगर हौसला सच्चा हो तो मंज़िल ज़रूर मिलती है। #kahani Garib aur Amir ki kahani Satya ki jeet Hindi kahani Garmi aur thandi ka kahani Jivan ka sangharsh Tyag aur prem hindi kahani Garib beti ki kismat Moral stories Bedtime stories kahani Hindi moral stories kahani Hindi moral stories new kahani Cartoon video kahaniya Hindi stories Kahani in hindi New story Short story in hindi kahani Hindi stories kahani Moral stories kahani Moral stories in hindi Kahani hindi Kahaniya Cartoon story in hindi hindi story in Hindi