Mahamrityunjay Mantra 108 times | महामृत्युंजय मंत्र 108 बार | ROHIT AHUJA | Full HD Video

Mahamrityunjay Mantra 108 times | महामृत्युंजय मंत्र 108 बार | ROHIT AHUJA | Full HD Video

Singer: Rohit Ahuja Writer: Rohit Ahuja Composer: Rohit Ahuja Artist: Rohit Ahuja || महामृत्युंजय मंत्र || ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। महामृत्युंजय मंत्र एक अत्यंत शक्तिशाली और प्रसिद्ध वेदिक मंत्र है जिसे मृत्यु के भय को दूर करने, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने, और जीवन में सकारात्मकता और शांति लाने के लिए बड़े श्रद्धा और विश्वास से किया जाता है। यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और यह विशेष रूप से उनके "मृत्युंजय" रूप का ध्यान करते हुए जपा जाता है, जो मृत्यु के देवता यमराज से भी ऊपर माने जाते हैं। इस मंत्र का जाप जीवन के हर पहलू में लाभकारी होता है। मानसिक तनाव, चिंता, और शारीरिक रोगों से मुक्ति पाने के लिए यह मंत्र बेहद प्रभावी है। यदि इस मंत्र का जाप निष्ठा और सही विधि से किया जाए, तो यह जीवन में सुख, शांति, और स्वास्थ्य का संचार करता है। महामृत्युंजय मंत्र के लाभ: मानसिक बीमारियों का खतरा कम होता है: महामृत्युंजय मंत्र मानसिक शांति और सुकून का स्रोत है। यह तनाव, अवसाद, चिंता, और मानसिक बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। मानसिक शांति की प्राप्ति के लिए यह मंत्र अत्यधिक प्रभावी है। याददाश्त मज़बूत होती है: इस मंत्र का नियमित जाप आपकी मानसिक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है। यह मंत्र मानसिक शक्ति को बढ़ाता है, जिससे मस्तिष्क के कार्यों में भी सुधार होता है। मैडिटेशन पॉवर बढ़ती है: महामृत्युंजय मंत्र ध्यान के दौरान मन को शांति और एकाग्रता की ओर निर्देशित करता है। इसका जाप करने से ध्यान की शक्ति और गहरे ध्यान की अवस्था में प्रवेश करना आसान हो जाता है। यह मानसिक स्थिति को संतुलित और स्थिर करने में मदद करता है। सुनने की शक्ति में विस्तार होता है: इस मंत्र का प्रभाव सुनने की शक्ति पर भी पड़ता है। यह मानसिक सतर्कता और एकाग्रता को बढ़ाता है, जिससे किसी भी ध्वनि को सही तरीके से ग्रहण करने और समझने की क्षमता में वृद्धि होती है। आंखों की रोशनी अच्छी होती है: महामृत्युंजय मंत्र का जाप शारीरिक स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है। विशेष रूप से यह आंखों की रोशनी में सुधार करता है और दृष्टि संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। लकवे जैसी बीमारी से बाहर निकलने में मदद मिलती है: यह मंत्र शरीर के शारीरिक दोषों और बीमारियों को ठीक करने में सहायक है। लकवे जैसी गंभीर बीमारियों से उबरने में भी यह मंत्र कारगर साबित हो सकता है। यह शरीर के हर अंग को शक्ति और ऊर्जा प्रदान करता है। महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ: महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ है: "हम त्र्यंबक देवता (भगवान शिव) की पूजा करते हैं, जो सुगंधित और पोषक हैं, जो समृद्धि और कल्याण देने वाले हैं। जैसे ककड़ी अपने बंधन से मुक्त होकर गिर जाती है, वैसे हम भी मृत्यु से मुक्ति प्राप्त करें और अमरता को प्राप्त करें।" इस मंत्र के माध्यम से हम भगवान शिव से यह प्रार्थना करते हैं कि वे हमें मृत्यु के भय से मुक्ति दें और हम जीवन के हर संकट से बाहर निकलें। यह मंत्र न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह आत्मिक और मानसिक शांति भी प्रदान करता है। महामृत्युंजय मंत्र का महत्व: महामृत्युंजय मंत्र का अद्भुत प्रभाव है। यह मंत्र मृत्यु के भय को दूर करने, जीवन में सकारात्मकता लाने, और मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रसिद्ध है। यह मंत्र विशेष रूप से भगवान शिव की उपासना में अत्यंत महत्वपूर्ण है। महामृत्युंजय मंत्र की विधि: महामृत्युंजय मंत्र का जाप विशेष विधि से किया जाता है ताकि इसके सभी लाभ प्राप्त हो सकें। जाप की संख्या और समय: महामृत्युंजय मंत्र का जाप सामान्यतः 108 बार किया जाता है। इसे दिन में दो बार – सुबह सूर्योदय के समय और शाम को सूर्यास्त के समय करना शुभ माना जाता है। माला का प्रयोग: जाप के दौरान रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना चाहिए। रुद्राक्ष माला भगवान शिव के विशेष आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए उपयुक्त मानी जाती है। सावन माह में जाप: सावन माह में इस मंत्र का जाप विशेष रूप से कल्याणकारी और फलदायी माना जाता है। यदि आप अन्य महीनों में भी इसका जाप करना चाहते हैं तो सोमवार से शुरुआत करना अच्छा होता है। हवन: जाप के बाद हवन करना भी बेहद शुभ माना जाता है। इससे मंत्र का प्रभाव अधिक शक्तिशाली होता है। महामृत्युंजय मंत्र की कथा: महामृत्युंजय मंत्र से जुड़ी एक प्रसिद्ध कथा है जो मार्कंडेय महर्षि से संबंधित है। मार्कंडेय महर्षि का जीवन पहले केवल 16 वर्षों का था, लेकिन भगवान शिव ने महा मृत्युंजय मंत्र के द्वारा उनकी आयु को बढ़ा दिया और उन्हें मृत्यु के भय से मुक्त कर दिया। इस कारण इस मंत्र को "मार्कंडेय मंत्र" भी कहा जाता है। यह मंत्र मृत्यु के संकट को दूर करने और जीवन में लंबी आयु पाने का प्रतीक माना जाता है। संपूर्ण लाभ: महामृत्युंजय मंत्र का जाप न केवल मृत्यु के भय को दूर करता है, बल्कि यह शारीरिक और मानसिक बीमारियों से मुक्ति पाने, जीवन में सकारात्मकता लाने और मानसिक शांति पाने में भी सहायक है। इसके नियमित जाप से शरीर और मस्तिष्क दोनों में ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीता है। Singer: Rohit Ahuja Writer: Rohit Ahuja Composer: Rohit Ahuja Artist: Rohit Ahuja If You like the video don't forget to share with others & also share your views. Stay connected with us!!! ► Subscribe our youtube channel: / rohitahujamusic ► Like us on Facebook: / rohitahujamusic ► Follow us on Instagram: / rohitahujamusic