भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन दो भगवान! Watch the video song of ''Darshan Do Bhagwaan'' here - • दर्शन दो भगवान | Darshan Do Bhagwaan | Sur... Watch the ''Mahabharat Series'' now! Subscribe to Tilak for more devotional contents - https://bit.ly/SubscribeTilak श्री कृष्ण बताते हैं की एक बार अश्वत्थामा मेरे पास आया था और ब्रह्मषिर अस्त्र मुझे दान करने के लिए आता है और बदले में मेरा सुदर्शन चक्र लेकर देवताओं पर विजय पाना चाहता था जब मैं उन्हें सुदर्शन चक्र को अश्वत्थामा के पास जाने के लिए कहा तो वह उसकी शक्ति देख डर जाता है और सुदर्शन चक्र वापस लेने के लिए कह देता है। श्री कृष्ण की बातें सुन युधिष्ठिर अर्जुन और श्री कृष्ण भीम को रोकने के लिए चल पड़ते हैं। अश्वत्थामा जब वेदव्यास जी के साथ हवन में बैठा था तो भीम के रथ के आवाज़ सुन वह हैरान हो जाता है की मैंने तो उन्हें मार दिया था वेदव्यास जी उसे बताते हैं की तुमने जिन्हें मारा है वह पांडव पुत्र थे। अश्वत्थामा अपनी जान बचाने के लिए वहाँ से भागता है भीम उसके पीछे पीछे जाता है। भीम अश्वत्थामा के पीछे पीछे जाता है और भीम उस पर अपनी गदा से वर करता है। अश्वत्थामा भीम से क्रोधित हो कर ब्रह्मषिर अस्त्र का अहवन कर लेता है। जैसे ही वह उसे अपनी धनुष पर चढ़ाता है श्री कृष्ण और पांडव वहाँ आ जाते हैं। अश्वत्थामा ब्रह्मषिर अस्त्र को पांडवों पर छोड़ देता है। श्री कृष्ण अर्जुन को कहते हैं की तुम भी अपने ब्रह्मषिर अस्त्र का प्रयोग कर अश्वत्थामा के अस्त्र को रोकने के लिए कहते हैं। अर्जुन भजी अपने ब्रह्मषिर अस्त्र को चला देता है। In association with Divo - our YouTube Partner #Mahabharat #महाभारत #tilak #episodes#MahabharatonYouTube