Mangla Gauri Vrat 2025: मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि, क्या खाना खाये, नियम, प्रसाद,उद्यापन कैसे करें

Mangla Gauri Vrat 2025: मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि, क्या खाना खाये, नियम, प्रसाद,उद्यापन कैसे करें

#shrifamilyvlog #shrifamilyvlog3976 #shri #shribhagti #shrifamilyvlogfacetip #shrifamilyvlogcooking #shrifam 🙏 Mangla Gauri Vrat 2025 विशेष वीडियो में आपका स्वागत है। मंगला गौरी व्रत प्रत्येक मंगलवार को श्रावण मास में किया जाता है और यह विशेष रूप से सुहागिन स्त्रियों के लिए अत्यंत फलदायक होता है। इस व्रत के माध्यम से माँ गौरी की उपासना कर अखंड सौभाग्य, पति की दीर्घायु, और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना की जाती है। 🔖 इस वीडियो में जानिए: 🌸 मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि 🍛 व्रत में क्या खाना चाहिए 📿 व्रत के नियम और सावधानियाँ 🍯 प्रसाद में क्या बनायें 🔚 व्रत का उद्यापन कैसे करें 🎥 वीडियो पूरा देखें और माँ गौरी की कृपा पाएं। 🔔 चैनल को सब्सक्राइब करें और घंटी जरूर दबाएँ ताकि आने वाले सभी धार्मिक वीडियो आप तक पहुँचे। 🔁 वीडियो शेयर करें और कमेंट में "जय माँ गौरी" लिखना ना भूलें। 📆 Mangla Gauri Vrat 2025 Dates: श्रावण माह के मंगलवार – 15 जुलाई, 22 जुलाई, 29 जुलाई और 5 अगस्त 2025 #ManglaGauriVrat2025 #ManglaGauriPujaVidhi #ManglaGauriVratKatha #श्रावण_मंगलवार #SawanVrat2025 #ManglaGauriKiKatha #मंगला_गौरी_व्रत_2025 #ManglaGauriUdyapan #मंगला_गौरी_पूजा_विधि #SawanMangalwarVrat #Sawan2025 #santoshiManglaGauriVratRules #मंगलवार_का_व्रत #SuhaginVrat #ManglaGauriVratInHindi #श्रावण_का_व्रत #व्रत_की_पूजा #माँ_गौरी_व्रत #ManglaGauriRecipes #ManglaGauriPrasad #TuesdayVrat #MangalwarVratKatha #SawanKaPehlaMangalwar #ShravanVrat #ShravanMonthVrat #ManglaGauriSpecial #HinduVrat #VratPuja #ShubhVrat 🌺 1. मंगला गौरी व्रत का महत्व श्रावण मास का प्रत्येक मंगलवार माँ गौरी को समर्पित होता है। इस व्रत को करने से स्त्रियों को सौभाग्य, सुखी वैवाहिक जीवन, और संतान सुख की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार: "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:" मंगला गौरी व्रत करने वाली स्त्री की मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं। 🗓️ 2. मंगला गौरी व्रत 2025 तिथि पहला मंगलवार: 15 जुलाई 2025 दूसरा मंगलवार: 22 जुलाई 2025 तीसरा मंगलवार: 29 जुलाई 2025 चौथा मंगलवार: 5 अगस्त 2025 कुल 4 मंगलवार तक यह व्रत किया जाता है। कुछ स्थानों पर सुहागन स्त्रियाँ 16 मंगलवार तक भी यह व्रत करती हैं। 🙏 3. मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि 📌 पूजन सामग्री: लाल वस्त्र, कलावा, चावल, दूर्वा, हल्दी, कुमकुम, रोली, फूल (विशेषकर गुलाब या गेंदे के) माँ गौरी की मूर्ति या चित्र पंचामृत, दीपक, धूप, नैवेद्य (लड्डू, हलवा) 16 सुपारी, 16 पान के पत्ते, 16 फल सिंदूर, शीशा, बिंदी, चूड़ी, कंघी (सौभाग्य सामग्री) 📿 पूजन विधि: प्रातः स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। व्रत का संकल्प लें: “मैं माँ गौरी का व्रत करती हूँ...” माँ गौरी की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें। पंचामृत से स्नान कराएँ। 16 श्रृंगार अर्पित करें। दीप-धूप जलाएँ। व्रत कथा का पाठ करें (नीचे दी गई है)। आरती करें और प्रसाद वितरण करें। 📖 4. मंगला गौरी व्रत कथा संक्षिप्त कथा: प्राचीन समय की बात है, एक निर्धन ब्राह्मण की कन्या ने माँ गौरी का व्रत किया और सौभाग्यवती बन गई। उसकी सास ने भी यह व्रत किया था, जिससे उसका पूरा घर सुख-समृद्धि से भर गया। यह कथा समर्पण, श्रद्धा और सौभाग्य का प्रतीक है। 🍛 5. व्रत में क्या खाना चाहिए? (सात्विक आहार) ✅ फलाहार/व्रत आहार: साबूदाना खिचड़ी आलू की सब्जी कुट्टू के आटे के पकवान फल, दूध, मखाना, मूंगफली व्रत वाली मिठाइयाँ (लड्डू, खीर, लौकी का हलवा) ❌ वर्जित: लहसुन-प्याज अनाज, चावल, गेहूं मांस, मछली, अंडा 🎁 6. प्रसाद क्या चढ़ाएँ? पंचामृत सूखे मेवे नारियल हलवा या बेसन के लड्डू फल (विशेषकर अनार, केला) मेवा से बनी खीर 🧘 7. मंगला गौरी व्रत के नियम केवल सुहागिन स्त्रियाँ ही करें। व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें। लाल वस्त्र धारण करें। पूजा के समय व्रत कथा और आरती अनिवार्य है। व्रत के दिनों में झूठ, क्रोध, तामसिक भोजन से बचें। 🪔 8. व्रत उद्यापन विधि (Udyapan Vidhi) यदि आपने 4 मंगलवार व्रत किया है तो चौथे मंगलवार को उद्यापन करें: माँ गौरी की विशेष पूजा करें। 5 या 7 सुहागिनों को घर बुलाकर उन्हें श्रृंगार सामग्री भेंट करें: साड़ी, चूड़ी, बिंदी, सिंदूर, मेहंदी, मिठाई व्रत कथा और आरती कर सभी को भोजन कराएँ। “सौभाग्यवती भव:” आशीर्वाद प्राप्त करें। 🪶 9. मंगला गौरी व्रत से जुड़े मंत्र मंत्र: “ॐ गौर्यै नमः” “ॐ उमायै नमः” “ॐ हरप्रियायै नमः” प्रतिदिन 108 बार जप करें। 🌸 10. मंगला गौरी व्रत का फल अखंड सौभाग्य प्राप्ति पति की दीर्घायु संतान सुख सुख-शांति और घर में समृद्धि