निर्जला एकदशी 2025 कब हैं? 06 जून या 07 जून Nirjala Ekadashi 2025 Kab hain?

निर्जला एकदशी 2025 कब हैं? 06 जून या 07 जून Nirjala Ekadashi 2025 Kab hain?

निर्जला एकदशी 2025 कब हैं? 06 जून या 07 जून Nirjala Ekadashi 2025 Kab hain? #nirjalaekadashikabhai #nirjala #निर्जला एकादशी कब है 2025 ☀️निर्जला एकादशी हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पुण्यदायी व्रत है। यह व्रत ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस एकादशी को भीमसेनी एकादशी और पांडव एकादशी भी कहा जाता है। निर्जला एकादशी का महत्व यह एकादशी व्रत जल तक न पीने के संकल्प के साथ रखा जाता है, इसलिए इसका नाम "निर्जला" (अर्थात् बिना जल के) है। जो भक्त पूरे वर्ष की सभी एकादशियों का व्रत नहीं रख पाते, वे केवल यह एक व्रत करके सभी एकादशियों का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। यह व्रत पापों का नाश, मोक्ष की प्राप्ति और स्वास्थ्य एवं समृद्धि देने वाला माना जाता🙏 👍Nirjala Ekadashi on Friday🤞 , June 6, 2025 On 7th Jun, Parana Time - 01:44 PM to 04:31 PM Pandava Nirjala Ekadashi As Per Vaishnav Calendar 7th June 2025 Brahma Muhurta 4:02AM to 4:42AM IST Sun Rise: 5:23 AM Ekadashi Paran Time: 8th June 2025, 5:23AM to 7:17AM Break the fast between 5:23AM to 7:17AM on 8th June 2025 ----------------------------- 🙏    • भगवान से बेइंतहा प्यार करने को क्या कहते ह...   👇    • Nirjala Ekadashi vrat Katha | निर्जला एकाद...   विधि 1. प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें। 2. भगवान विष्णु का पीले फूलों, तुलसी दल और पंचामृत से पूजन करें। 3. व्रत का संकल्प लें – "आज मैं निर्जला एकादशी का व्रत रखूंगा/रखूंगी।" 4. दिनभर व्रती को अन्न, जल, फल आदि से पूर्ण रूप से दूर रहना होता है। 5. रात को जागरण करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। 6. अगले दिन पारण के समय जल और फल से व्रत तोड़ा जाता है। 📜 पौराणिक कथा (संक्षेप में) महाभारत के अनुसार, भीमसेन को भूख बहुत लगती थी और वे व्रत नहीं कर पाते थे। तब महर्षि व्यास ने उन्हें निर्जला एकादशी का व्रत करने को कहा और बताया कि यह एक व्रत सभी एकादशियों के बराबर फल देता है। भीम ने यह व्रत किया, इसलिए इसे भीमसेनी एकादशी भी कहा जाता है।