संतोषी मां की व्रत कथा || शुक्रवार की व्रत कथा || जय संतोषी माता || बुढ़िया और सात बेटों की कहानी

संतोषी मां की व्रत कथा || शुक्रवार की व्रत कथा || जय संतोषी माता || बुढ़िया और सात बेटों की कहानी

संतोषी मां की व्रत कथा || शुक्रवार की व्रत कथा || जय संतोषी माता || बुढ़िया और सात बेटों की कहानी फ्रेंड्स, इस वीडियो में आप सुनेंगे संतोषी माता की व्रत कथा। यह व्रत शुक्रवार के दिन रखा जाता है।संतोषी माता, हिन्दू धर्म की एक देवी हैं। उन्हें धन और संतुष्टि की देवी माना जाता है। माता संतोषी का जन्म, भगवान गणेश की शक्तियों से हुआ था। माता संतोषी को शुक्रवार का व्रत किया जाता है। संतोषी माता से जुड़ी मान्यताएं: माता संतोषी, भगवान गणेश की पुत्री हैं। माता संतोषी, शुभ-लाभ की बहन हैं। माता संतोषी, देवी दुर्गा का ही रूप हैं। माता संतोषी, कमल के फूल पर विराजमान हैं। माता संतोषी की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। माता संतोषी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि मिलती है। सुख-सौभाग्य की कामना के लिए माता संतोषी के 16 शुक्रवार तक व्रत किया जाता है। माता संतोषी के जन्म से जुड़ी पौराणिक कथा: भगवान गणेश के पुत्रों शुभ-लाभ को बहन चाहिए थी।भगवान गणेश ने अपनी शक्तियों से एक ज्योति बनाई और अपनी दोनों पत्नियों की आत्मशक्ति को मिलाया। यह ज्योति कुछ देर बाद एक कन्या का रूप ले ली, जिसका नाम संतोषी रखा गया। #santoshimatavratkatha #santoshimaa #santoshi_maa #bhaktiwithmeetu