"श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा।" यह भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति में रचा गया एक अत्यंत लोकप्रिय और भक्तिपूर्ण मंत्र है। यह मंत्र भक्तों द्वारा प्रभु श्रीकृष्ण के नाम स्मरण, ध्यान और स्तुति के लिए जपते हुए गाया जाता है। इसमें भगवान को उनकी विभिन्न लीलाओं और स्वरूपों — गोविंद, हरे, मुरारी, नारायण, और वासुदेव — के रूप में पुकारा गया है।