श्रीमद् भागवत गीता महात्म्य || अध्याय 3 || Shrimad Bhagwat Geeta Mahatamya adhyay 3 श्रीमद् भागवत गीता महात्म्य || अध्याय 3 || Shrimad Bhagwat Geeta Mahatamya adhyay 3 Your queries:- shrimad bhagwat geeta shrimad bhagwad gita mahatmya in hindi shrimad bhagwad gita bhagwat geeta श्रीमद्भगवद्गीता माहात्म्य श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 3 माहात्म्य श्रीमद भगवत गीता सार- अध्याय bhagwat geeta saar in hindi bhagavad gita mahatmya bhagwat geeta mahatmya adhyay 3 श्रीमद् भागवत गीता श्रीमद भगवत गीता सार माहात्म्य श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 3 संस्कृत हिंदी अनुवाद सहित shrimad bhagwat katha श्रीमद् भागवत गीता महात्म्य geeta gyan teachers adda247 मूल संध्या पाठ | mul Sandhya paath | संपूर्ण मूल संध्या पाठ | sampurn Mul Sandhya paath | संध्या पाठ सुनिबार बारायाव जोनोम जानाय || Sunibar baraiao jwnwm janai || born on Saturday Bodo video #कबीर_वाणी : कबीर साहेब के इन शब्दों पर अमल करने की बहुत आवश्यकता है | #कबीर_अमृतवाणी Sant Rampal Ji Sandesh Episode : 82 | सतलोक जाने के लिए इतनी तड़प बनानी पड़ेगी ! सृष्टि रचना भगत कहलाने के लिए प्राणी के अंदर क्या-क्या लक्षण होने आवश्यक है || क्या है भगत के 16 लक्षण या गुण 🙏 अध्याय 3 - श्रीमद्भगवद्गीता माहात्म्य (गीता पाठ के चमत्कार) Shrimad Bhagwad Gita Mahatmya in Hindi महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया वह श्रीमद्भगवदगीता के नाम से प्रसिद्ध है। यह महाभारत के भीष्मपर्व का अंग है। गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं। अतएव भारतीय परम्परा के अनुसार गीता का स्थान वही है जो उपनिषद् और धर्मसूत्रों का है। उपनिषदों को गौ (गाय) और गीता को उसका दुग्ध कहा गया है। इसका तात्पर्य यह है कि उपनिषदों की जो अध्यात्म विद्या थी, उसको गीता सर्वांश में स्वीकार करती है। उपनिषदों की अनेक विद्याएँ गीता में हैं। जैसे, संसार के स्वरूप के संबंध में अश्वत्थ विद्या, अनादि अजन्मा ब्रह्म के विषय में अव्ययपुरुष विद्या, परा प्रकृति या जीव के विषय में अक्षरपुरुष विद्या और अपरा प्रकृति या भौतिक जगत के विषय में क्षरपुरुष विद्या। इस प्रकार वेदों के ब्रह्मवाद और उपनिषदों के अध्यात्म, इन दोनों की विशिष्ट सामग्री गीता में संनिविष्ट है। उसे ही पुष्पिका के शब्दों में ब्रह्मविद्या कहा गया है। महाभारत के युद्ध के समय जब अर्जुन युद्ध करने से मना करते हैं तब श्री कृष्ण उन्हें उपदेश देते है और कर्म व धर्म के सच्चे ज्ञान से अवगत कराते हैं। श्री कृष्ण के इन्हीं उपदेशों को “भगवत गीता” नामक ग्रंथ में संकलित किया गया है। श्रीमद्भगवद्गीता माहात्म्य अध्याय 3 (Shrimad Bhagwad Gita Mahatmya in Hindi, Geeta Mahatmya Gyan) #श्रीमद्भगवद्गीता #माहात्म्य #ShrimadBhagwadGita #BhagwadGita #ShrimadBhagwad #GeetaMahatmya