Ekadashi Vrat Katha |एकादशी व्रत कथा| Mokshada Ekadashi Vrat Ki Katha |Mokshada ekadashi 2025

Ekadashi Vrat Katha |एकादशी व्रत कथा| Mokshada Ekadashi Vrat Ki Katha |Mokshada ekadashi 2025

मोक्षदा एकादशी की संपूर्ण व्रत कथा और पूजा विधि | Mokshada Ekadashi Vrat Katha & Mahatva | पितरों को मोक्ष कैसे दिलाएं? जय श्री हरि! 🙏 मोक्षदा एकादशी, जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है, मोक्ष प्रदान करने वाली एकादशी है। मार्गशीर्ष (अगहन) माह के शुक्ल पक्ष में आने वाला यह पावन व्रत समस्त पापों का नाश करके पूर्वजों को नरक से मुक्ति दिलाता है। इसी शुभ तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेश दिया था, इसलिए इस दिन को गीता जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। इस वीडियो में आप मोक्षदा एकादशी की प्रामाणिक कथा सुनेंगे, जिसके श्रवण मात्र से ही आपके सभी पूर्वजों को सद्गति प्राप्त होती है। मोक्षदा एकादशी की संपूर्ण व्रत कथा प्राचीन काल में गोकुल (या चंपकनगर) नाम के नगर में राजा वैखानस राज्य करते थे। वह राजा बहुत ही धर्मात्मा और वेदों के ज्ञाता थे। एक बार राजा ने रात को एक भयानक स्वप्न देखा, जिसमें उनके पिता घोर नरक में यातनाएँ भोग रहे थे और रो-रोकर अपने पुत्र से मुक्ति की गुहार लगा रहे थे। राजा इस स्वप्न को देखकर अत्यंत दुखी हुए। उन्होंने तुरंत अपने राज्य के सभी ज्ञानी ब्राह्मणों और ऋषियों को बुलाकर इस दुःख का निवारण पूछा। ब्राह्मणों की सलाह पर राजा वैखानस पर्वत मुनि के आश्रम पहुँचे, जो भूत, भविष्य और वर्तमान के ज्ञाता थे। राजा ने मुनि को अपना स्वप्न सुनाया। राजा के वचन सुनकर पर्वत मुनि ने ध्यान लगाया और कहा: "हे राजन! आपके पिता अपने पूर्व जन्म के पापों के कारण नरक भोग रहे हैं। यदि आप मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी का विधि-विधान से व्रत करें और इस व्रत का संपूर्ण पुण्य अपने पिता को अर्पित कर दें, तो उन्हें नरक से मुक्ति मिल जाएगी।" मुनि के कहे अनुसार, राजा वैखानस ने अपनी पत्नी और परिवार सहित मोक्षदा एकादशी का व्रत किया। व्रत के समापन पर राजा ने संकल्प लिया और उस व्रत का सारा पुण्य अपने पिता को अर्पित कर दिया। इस पुण्य के प्रभाव से राजा के पिता को तुरंत नरक से मुक्ति मिल गई और वे स्वर्ग की ओर जाते हुए अपने पुत्र को आशीर्वाद देते हुए बोले, "हे पुत्र! तेरा कल्याण हो!" इस कथा का पाठ करने या सुनने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन क्या करें? (वीडियो के लिए सुझाव) भगवान दामोदर (विष्णु) की पूजा करें। तुलसी की मंजरी और धूप-दीप अर्पित करें। पूरे दिन "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का जाप करें। श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करें या सुनें। #मोक्षदाएकादशी #MokshadaEkadashi #गीताजयंती #GeetaJayanti #एकादशीव्रतकथा #MokshadaEkadashiVratKatha #loveमोक्षदा General Ekadashi & Religious: #एकादशीव्रत #Ekadashi #EkadashiVrat #एकादशी2024 (या 2025, जो भी साल हो) #एकादशीकथा #MargashirshaEkadashi #मार्गशीर्षएकादशी #LordVishnu #VishnuPooja #मोक्षकीप्राप्ति #पितृमुक्ति #पापोंकानाश #मोक्षप्राप्ति #MokshKiPrapti #Mokshda Video Promotion & General: #भक्ति #Bhaktikatha #व्रतकथा #धार्मिककथा #spiritual #YouTubeIndia #trending #viralvideo