जब किसान ने चांदी पिघलाकर बनाया भोलेनाथ | New Year Special Story #shots नए साल के शुभ अवसर पर गांव के सभी लोग पहाड़ी पर बसे भोलेनाथ के मंदिर की ओर जा रहे होते हैं। उसी भीड़ में एक साधारण सा किसान भी श्रद्धा के साथ मंदिर पहुंचता है। वहां जाकर उसे पता चलता है कि भोलेनाथ की मूर्ति बनाने की एक बड़ी प्रतियोगिता चल रही है, जिसमें दूर-दूर से प्रसिद्ध मूर्तिकार भाग लेने आए हैं। किसान भोलेनाथ को नमन करता है, प्रसाद चढ़ाता है और बिना कुछ कहे घर लौट आता है। लेकिन उसके मन में एक सवाल बार-बार उठता है — क्या वह भी इस प्रतियोगिता में भाग ले सकता है? तभी उसकी नजर घर में रखे पुराने चांदी के बर्तनों पर पड़ती है और उसकी भक्ति एक नए संकल्प में बदल जाती है। किसान उन बर्तनों को भट्टी में पिघलाकर पूरे मन, श्रद्धा और विश्वास के साथ भोलेनाथ की मूर्ति बनाना शुरू करता है। थकान, कांपते हाथ और डर के बावजूद वह हार नहीं मानता। उसकी मेहनत में सिर्फ कला नहीं, बल्कि सच्ची भक्ति भी शामिल होती है। जब वह मूर्ति मंदिर में लेकर पहुंचता है, तो सभी लोग हैरान रह जाते हैं। परिणाम घोषित होता है और किसान की बनाई हुई मूर्ति प्रतियोगिता जीत जाती है। अंत में वही मूर्ति मंदिर में स्थापित की जाती है और किसान खुशी और विनम्रता से भोलेनाथ को नमन करता है। 👉 यह कहानी सिखाती है कि भक्ति, विश्वास और मेहनत के आगे कोई भी बड़ी से बड़ी प्रतिभा छोटी पड़ जाती है। ❤️ अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो तो 👍 Like करें 🔁 Share करें 🔔 Channel को Subscribe करना न भूलें #BholaNath #ShivBhakti #MotivationalStory #NewYearSpecial #EmotionalStory #IndianVillageStory #FaithAndDevotion #MahadevStory #HindiStory